एक उम्मीद (सूरज) Ek Umeed (Suraj) [Hardcover](Hardcover, अजय कुमार सिंह (जेलर) Ajay singh (Jelar)) | Zipri.in
एक उम्मीद (सूरज) Ek Umeed (Suraj) [Hardcover](Hardcover, अजय कुमार सिंह (जेलर) Ajay singh (Jelar))

एक उम्मीद (सूरज) Ek Umeed (Suraj) [Hardcover](Hardcover, अजय कुमार सिंह (जेलर) Ajay singh (Jelar))

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पुस्तक के बारे में : सूरज जो स्वयं अपने आपको तपाकर समस्त जहाँ में उर्जा रुपी जीवन प्रदान करता है, ठीक उसी प्रकार से इस कहानी का नायक सूरज भी अपने जीवन के तमाम संघर्षों को पार कर अपने जीवन में एक ऐसा मुकाम हासिल करता है जो उसकी मृत्यु के उपरांत भी युगों-युगों तक लोगों के दिलों में उसके द्वारा मानव सेवा, प्रेम तथा ज्ञान का प्रकाश बिखेरती रहेगी। सूरज को यह प्रेरणा उस समय प्राप्त हुई जब वह कारागार में बंद था। एक ऐसी जगह जो किसी दोजख से कम नहीं, किन्तु उसी दोजख में कारागार के दो अधिकारियों ने एक आदर्श गुरु की भूमिका निभाते हुए उसे उसके जीवन के मूल उद्देश्यों से अवगत करवाया तथा सूरज के अन्दर संस्कारों का एक ऐसा बीज रोपित किया जिसके फलस्वरूप सूरज जब कारागार से बाहर निकला तो वह एक अपराधी बनकर नहीं, बल्कि समाज का एक सच्चा सेवक बनकर। लेखक का परिचय : अजय कुमार सिंह जी जो वर्तमान समय में जिला कारागार गौतम बुध् नगर में जेलर के पद पर तैनात है। इस पुस्तक के माध्यम से कारागार के जनजीवन तथा कारागार में बंद बंदियों के मनोदासा को काफी बारीकी से इस पुस्तक में पेश किया है। उनका मानना है कि जेल में बंद प्रत्येक अपराधी ज्ञान, प्रेम और सेवा भाव की बदौलत अपराध् रूपी दलदल से बाहर निकलकर समाज में पुनः वह सम्मान पा सकता है जो किसी कारवाश वर्तमान में धूमिल हो चुका है।प्रत्येक मनुष्य का स्वभाव दूसरे से भिन्न अवश्य हो सकता है, किन्तु उसके जन्म का लक्ष्य केवल मानवता और समाज में सौहार्द स्थापित करना ही होना चाहिए तभी इस श्रृष्टि में हम जीवन की श्रेष्टता को प्राप्त कर पायेंगे।अजय कुमार सिंह (जेलर)